रायपुर: छत्तीसगढ़ में बीते कुछ दिनों से मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। अप्रैल बीतने में अब सिर्फ 4 दिन बाकी है। पिछले कई वर्षों से अप्रैल में भीषण गर्मी का ट्रेंड रहा है। इस साल अभी तक स्थिति उलट है। राजधानी समेत प्रदेश के मैदानी व पहाड़ी इलाकों में चिलचिलाती गर्मी से राहत है। सारंगढ़ व राजनांदगांव में एक-दो दिन लू चली। इसके बाद बारिश के कारण प्रदेश का मौसम खुशनुमा हो गया है।
हालांकि किसानों की दृष्टि से ये मौसम काफी नुकसान करने वाला है। रबी के अलावा सब्जी की फसल कई स्थानों पर बर्बाद हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में प्रदेश के एक-दो स्थानों पर हल्की बारिश हो सकती है। अंधड़ चलने के साथ गाज भी गिर सकती है।
बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण प्रदेश का मौसम पिछले 5 दिनों से बदला हुआ है। इस दौरान रायपुर समेत कई इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई है। बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री रहा, जो सामान्य से 5 डिग्री कम है। 24 घंटे पहले की तुलना में यह महज 0.8 डिग्री ज्यादा है। वहीं न्यूनतम तापमान भी 22.3 डिग्री रहा। यह सामान्य से 4 डिग्री कम है। मंगलवार की तुलना में यह तापमान भी कम रहा। प्रदेश में सबसे अधिक तापमान धमतरी में 38.7 डिग्री रिकार्ड किया गया। वहीं सबसे कम तापमान पेंड्रारोड का 17.2 डिग्री रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र लालपुर के मौसम विज्ञानियों के अनुसार एक ऊपरी हवा का चक्रवात विदर्भ के ऊपर 1.5 किमी ऊंचाई पर बना है। एक द्रोणिका विदर्भ से दक्षिण अंदरुनी तमिलनाडु तक 1.5 किमी की ऊंचाई में बनी है। इसके असर से खाड़ी से बड़ी मात्रा में नमी आ रही है। गुरुवार को कुछ इलाकों में हल्की बारिश के साथ अंधड़ चलने की संभावना है। प्रदेश में अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन होने की संभावना नहीं है। हालांकि पारा गिरने से गर्मी से थोड़ी राहत मिल सकती है।
इन इलाकों में ज्यादा बारिश
पिछले 24 घंटे में छत्तीसगढ़ के हिस्सों में बारिश हुई। मैनपुर में 50, दंतेवाड़ा व कुआकोंडा में 40 मिमी पानी बरस गया। बिलाईगढ़ व पेंड्रारोड में 30, सुकमा, सारंगढ़, गीदम, सरायपाली, सिमगा, कसडोल, बास्तानार, नवागढ़, कवर्धा व बलौदाबाजार में 20-20 मिमी पानी गिरा। कई स्थानों पर 10 मिमी से ज्यादा बारिश हुई।
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