दुर्ग: अक्सर कहा जाता है कि गिरगिट रंग बदलते हैं पट बहुत कम यह सुना या देखा होगा कि मेढ़क भी रंग बदलते हैं। इसका जीत जागता उदाहरण दुर्ग में देखने को मिला, छत्तीसगढ़ के दुर्ग में तीन दिनों से लगातार हो रही बारिश से नदी नाले भरने लगे हैं, इसके साथ ही बारिश के मौसम में सबसे ज्यादा दिखाई देने वाले अलग अलग प्रजाति के मेंढक भी दिखने लग जाते हैं, आमतोर पर तालाब, नदी, कुएं और जलाशयों के किनारों पर भूरे और मटमैले रंग के मेंढक देखने को मिलते हैं, लेकिन दुर्ग में पानी से भरे एक गड्ढे में पीले रंग के मेंढको को देख कर लोग बड़े हैरान हो गए, ये मेंढक आकार में काफी बड़े होने के साथ ही गहरे पीले रंग के दिखे।
जानकार बताते हैं कि यह एक यूनिक नेचुरल फेनोमेना है। इस तरह के पीले रंग के मेंढक को इंडियन बुल फ्रॉग कहा जाता है। यह नर मेंढक होते हैं जो बिलों में रहते हैं और अच्छी बारिश होने पर बाहर निकलते हैं। इनका यह स्वभाव रहता है कि ये मादा मेंढ़क को आकर्षित करने के लिए रंग बदलते हैं। मादा मेंढक सामान्य रंग के ही होते हैं। मीटिंग के बाद इन्डियन बुल फ्रॉग यानि पीले रंग के मेंढक का रंग भी सामान्य हो जाता है। जानकारी के अभाव में लोग इस दुर्लभ प्रजाति के मेढक को जहरीला समझते हैं जबकि जीव-जंतु विशेषज्ञों की माने तो मेढकों की यह दुर्लभ प्रजाति भारत में पाया जाने वाले अन्य प्रजाति के मेंढकों की ही तरह है।
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