मुंबई। लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री मिलिंद देवड़ा रविवार को शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल हो गए हैं। वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हुए हैं। इस दौरान शिंदे ने उन्हें भगवा झंडा भी भेंट किया। मिलिंद देवड़ा ने शिवसेना में शामिल होने के बाद कहा कि यह मेरे लिए बहुत भावुक दिन है। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं एकनाथ शिंदे जी के नेतृत्व में पार्टी में शामिल होने के लिए कांग्रेस के साथ अपने 55 सालों के साथ को छोड़ दूंगा। शिवसेना जॉइन करने के बाद मिलिंद देवड़ा ने एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने तफसील से अपने कांग्रेस छोड़ने के कारणों को बताया है.
शिवसेना में शामिल होने के बाद मिलिंद देवड़ा ने कहा, “मुझे सुबह से बहुत सारे फोन आ रहे हैं कि मैंने कांग्रेस पार्टी से अपने परिवार का 55 साल पुराना रिश्ता क्यों तोड़ा…मैं सबसे चुनौतीपूर्ण दशक के दौरान पार्टी के प्रति वफादार रहा…यदि कांग्रेस और यूबीटी ने रचनात्मक, सकारात्मक सुझावों और योग्यता, क्षमता को महत्व दिया होता, तो आज एकनाथ शिंदे और मैं यहां नहीं होते। एकनाथ शिंदे को एक बड़ा फैसला लेना पड़ा, मुझे एक बड़ा निर्णय लेना पड़ा…”
शिवसेना में शामिल होने के बाद मिलिंद देवड़ा ने कहा, “वही पार्टी जो इस देश को रचनात्मक सुझाव देती थी कि देश को आगे कैसे ले जाया जाए, आज उस पार्टी का एक ही उद्देश्य है कि प्रधानमंत्री मोदी जो कहते हैं, जो करते हैं, उसके खिलाफ बोलना। कल को अगर प्रधानमंत्री मोदी कहेंगे कि कांग्रेस बहुत अच्छी पार्टी है तो वे इसका भी विरोध करेंगे। मैं पॉलिटिक्स ऑफ गेन (ग्रोथ,एस्पीरेशन, इंक्लूजिविटी, नेशनलिज्म) में विश्वास करता हूं। मैं (पर्सनल अटैक, इनजस्टिस,नेगेटिविटी ) की राजनीति में विश्वास नहीं करता…”
वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा कि आज आपके (मिलिंद देवड़ा) मन में जो भावनाएँ हैं, वही भावनाएँ डेढ़ साल पहले मेरे मन में थीं। जब कोई निर्णय लेना होता है तो ऐसी परिस्थितियां उत्पन्न होती हैं।