रायपुर: झीरम कांड को 10 साल पूरे होने के बाद भी सियासी बयानबाजी आज तक खत्म नहीं हुई है. ताजा बयान भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल का आया है, जिसमें उन्हें पूरे घटनाक्रम के लिए कांग्रेस पार्टी को संदेह के दायरे में बताया है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस प्रवक्ता सुशील आनंद शुक्ला ने बीजेपी पर षड्यंत्र कर यह हमला करावाने का आरोप मढ़ा है.
पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने झीरम कांड को लेकर कहा कि झीरम कांड पर पूरी कांग्रेस पार्टी में संदेह के घेरे में है. घटना को लेकर कांग्रेस का रुख शर्मनाक है. उन्होंने कहा कि झीरम कांड में जो शहीद हुए वो हमारे भी पारिवारिक हैं. साढ़े चार साल में सरकार अपने पार्टी के नेताओं की हत्या करने वाले दोषियों को जेल में नहीं डाल पाई. ये मगरमच्छ के आंसू बहा रहे हैं. रहा सवाल नार्को टेस्ट का तो सबसे पहले अपने मंत्रिमंडल के सदस्य का करा लें.
इधर कांग्रेस संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने झीरम कांड पर बीजेपी के नेताओं द्वारा की जा रही बयानबाजी को बेहद स्तरहीन और आपत्तिजनक करार दिया. उन्होंने कहा कि झीरम मामले की जांच एनआईए कर रही है. एनआईए के पास नार्को टेस्ट करने का प्रमुख आधार है. रमन मंत्रिमंडल के सभी लोगों के साथ तत्कालीन एडीजी नक्सल मुकेश गुप्ता का नार्को टेस्ट होना चाहिए. बीजेपी ने षड्यंत्र कर यह हमला करवाया था. साथ ही उन्होंने सवाल किया कि यदि परिवर्तन यात्रा की सुरक्षा वापस नहीं की गई होती तो क्या यह हमला होता.
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