नई दिल्ली: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के परिणाम कांग्रेस की ओर इशारा कर रहा है. जो रुझान मिल रहे हैं, उसमें कांग्रेस 119 सीटों पर पहुंच गई है। हालांकि भाजपा 76 सीटों के साथ अभी भी पीछे-पीछे चल रही है। कर्नाटक में 224 विधानसभा सीटें हैं और जीत के लिए 113 सीट की जरूरत है। कर्नाटक के चुनावी इतिहास पर नजर डालें तो 38 सालों में कभी सरकार रिपीट नहीं हुई है. यानी जनता हर बार सत्ता की चाबी दूसरी पार्टी को सौंप देती है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धारमैया ने आत्मविश्वास से घोषणा की कांग्रेस 117 से अधिक सीटें जीतेगी. वरुणा में चार राउंड की मतगणना पहले ही समाप्त हो चुकी है, और सिद्धारमैया आगे चल रहे हैं, जहां उनका मुकाबला भाजपा मंत्री वी सोमना से है. उन्होंने सोमना की भी आलोचना करते हुए कहा कि वह वरुणा और चामराजनगर दोनों जिलों में हारेंगे. सिद्धारमैया ने संतोष व्यक्त किया कि बहुमत जीतने की उनकी भविष्यवाणी सच हो रही है, और यह कि ‘कांग्रेस अपने दम पर सत्ता में आएगी.’ उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह कितनी भी बार कर्नाटक में रैलियां कर लें, इसका राज्य में कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
सूत्रों के मुताबिक पूर्ण बहुमत की सूरत में सिद्धारमैया ही मुख्यमंत्री बनेंगे. साथ ही सभी विधायकों को प्रमाणपत्र लेने के बाद बेंगलुरु आने के निर्देश दिए गए हैं. कांग्रेस नेता एवं राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया वरुणा में भाजपा के मंत्री वी. सोमन्ना से आगे चल रहे हैं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सिद्धरमैया ने कहा कि कर्नाटक में हम अपने दम पर सरकार बनाएंगे. उन्होंने मैसुरु में मीडिया से बातचीत में कहा कि कांग्रेस 120 से अधिक सीट जीतेगी.
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