रायगढ़ : छत्तीसगढ़ के रायगढ़ शहर के जूटमिल थाना क्षेत्र के अमलीभौना क्षेत्र में मिले युवक के शव के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। लव ट्रायंगल के चलते मनीष पंडा की हत्या हुई थी। मनीष पंडा से पीछा छुड़ाने के लिए उसकी गर्लफ्रेंड ने ही अपने पुराने प्रेमी के साथ प्लानिंग कर हत्या को अंजाम दिया था।
इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए प्रेस कांफ्रेस में पुलिस ने बताया कि 30 जून की रात शिवम मोटर्स में काम करने वाले अकाउंटेट मनीष पंडा के मोबाइल अचानक बंद होने और घर वापस ना आने पर उसके परिजनों द्वारा जूटमिल थाना आकर गुमशुदगी का रिपोर्ट दर्ज कराया गया। जिसके बाद पतासाजी के दौरान 01 जुलाई के शाम थाना जूटमिल क्षेत्र अंतर्गत नेशनल हाईवे 49 पर अमलीभौना रोड किनारे गढ़उमरिया के रहने वाले मनीष कुमार पंडा उम्र 35 वर्ष का शव मिला था। प्रथम दृष्टया घटनास्थल एक्सीडेंटल स्पॉट जैसा दिखाने का प्रयास किया गया था, परन्तु पंचनामा कार्यवाही के दौरान घटनास्थल और शव का बारीकी से निरीक्षण करने पर मामला हत्यात्मक प्रवृत्ति के होना का संदेह शुरू से ही पुलिस एवं परिजनों को हो गया था, जिसकी पुष्टि एफएसएल अधिकारी की राय और पोस्ट मार्टम रिपोर्ट से भी हुई।
ऐसे में सीसीटीवी फुटेज की जांच करने हेतु एक टीम फारेंसिक अधिकारियों की मदद से महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाने हेतु तथा एक टीम टेक्निकल एनालिसिस हेतु लगाई गई। शुरूवाती पूछताछ में मृतक के वारिसान बताये कि 30 जून के सुबह प्रतिदिन की तरह मनीष अपने बजाज पल्सर मोटर साइकिल से ड्यूटी गया था, दोपहर घर खाना खाने आया और फिर ड्यूटी चला गया रात को मनीष ने मां पत्नी बच्चों से वीडियो कॉल कर जल्दी घर आने की बात कही थी और अचानक उसका मोबाइल स्विच ऑफ हो गया। घरवाले उसके ऑफिस जाकर पता किए, तो गार्ड बताया कि मनीष काफी पहले चला गया। जांच टीम मनीष के कार्यस्थल तथा उसे जान परिचित प्रत्येक व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही थी। इसी बीच जांच टीम को कबीर चौक हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाली सरिता पटेल से मनीष पंडा के संबंध होने की जानकारी मिली। सरिता पटेल मनीष पंडा के साथ पूर्व में काम करती थी। सरिता पटेल ने प्रारंभिक पूछताछ में 30 जून को मनीष पंडा से मिलने की बात से साफ इंकार किया, परन्तु जब पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज को दिखाकर हिकमत अमली से उससे पूछताछ की तो उसने बताया कि पहले उसने मनीष को सोशल मीडिया पर कॉल करके अपने घर के पास कबीर चौंक जाकर मिलना और आगे के घटनाक्रम के वृतांत के संबंध में पुलिस को सम्पूर्ण जानकारी दी।
आरोपियों के बताये अनुसार शिवम मोटर्स के उसके पुराने सहकर्मी मनीष पंडा के साथ मित्रता पूर्व से थी, जिसकी जानकारी मनीष की पत्नी को होने पर पूर्व में विवाद भी हुआ था। काम के दौरान जब उसकी मनीष से नजदीकियां बढाने लगी मनीष उस पर पत्नी की तरह हक जताने लगा। जिससे मनीष से दूरी बनाने लगी। मनीष को रास्ते से हटाने के लिये अपने पुराने फ्रेंड महेंद्र पटेल निवासी हरदी झरिया से संपर्क की और पूरी बात बताई। महेंद्र और सरिता ने मनीष पंडा को रास्ते से हटाने के लिए योजना बनाये। योजना के मुताबिक 30 जून की रात सरिता सोशल मीडिया अकाउंट से कॉल कर मनीष को घर के पास बुलाई और उसके साथ बाइक में बैठकर ट्रांसपोर्ट नगर नेशनल हाईवे 49 की ओर जाने लगी, प्लान के मुताबिक रास्ते में महेंद्र पटेल अपनी कार में मिला, रास्ते में मनीष पंडा मोटरसाइकिल को खड़ी कर उनके साथ कार में बैठा और तीनों कार में बैठकर मुख्य सड़क से उतर कर जिंदल सीमेंट प्लांट के पीछे कच्ची सड़क की ओर जाकर एक स्थान पर रूक गये। जहां सरिता और मनीष के बीच कहासुनी हुई विवाद बढ़ने लगा फिर दोनों के मध्य हाथापाई के बीच सरिता और महेंद्र पटेल ने मिलकर कार में रखे जैक पाना, राड से मनीष पंडा के सर पर ताबड़तोड़ वार कर उसकी हत्या कर दी। उसके बाद गाड़ी में शव को रखकर मोटरसाइकिल के पास लाकर छोड़ दिए।
घटना के बाद फरार आरोपी महेंद्र पटेल को पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही थी। पुलिस के बढ़ते दबाव के बीच आरोपी महेंद्र पटेल को ग्राम धनागर के पास मुखबिर सूचना पर आज हिरासत में लिया। जिसने आरोपिया सरिता के साथ मिलकर मनीष पंडा की हत्या की बात कबूल किया है।
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